संदेश

जुलाई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

चित्र
शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

शुक्र कुंडली के 10वे भाव में स्थित हो | Venus in 10th house in horoscope

शुक्र जन्म कुंडली के 10वे भाव में शुक्र कुंडली के 10वे भाव में स्थित हो तो यह आप को दैनिक जीवन में सुकर्म करने वाला बनाता है, आप कभी किसी का बुरा करके अपना फायदा करने की नहीं सोचेंगे। सम्मान, सौभाग्य, उच्च पद यह शुक्र देगा। आप के कार्यक्षेत्र में वैभवता, लग्ज़री या कहें एक सुंदर जगह पर आप काम करें यह देखने को मिल सकता है। बड़े स्तर का काम करने का योग बनता है, स्त्रियों से आप को जीवन में लाभ होगा। स्किल, फॉरेन लेंड का इन्वॉल्वमेंट देखने को मिल सकता है। लोग आप के काम को पसंद करेंगे निश्चित ही आप को सम्मान और ख्याति की प्राप्ति होगी।

#Guru #Jupiter #Horoscope #Astrology Guru in 6th House | Jupiter in 6th House | छठवे भाव में बृहस्पति

चित्र
बृहस्पति के 6वे भाव में फल बृहस्पति कुंडली के 6वे भाव में स्थित हो और पीड़ित हो तो, यह बृहस्पति संतान सुख में बाधा का काम करेंगे। कम उम्र में ही यह धनार्जन के योग बनाता है चाहे यह साइड इनकम के रूप में हो सकती है। यह आप के शत्रुओं की सँख्या कम करेगा, यानी आप का आप का लड़ाई झगड़े वाला स्वभाव नहीं होगा। यह देखने को मिल सकता है कि आप कई काम अच्छे करेंगे किसी व्यक्ति के लिए लेकिन कोई एक काम गलत हो जाने से सारे किये हुए सत्कर्म निष्फल से हो जाते हैं और पहले के किए हुए अच्छे कामों की वैल्यू कम हो जाती है यह देखने को मिल सकता है। लगातार मेहनत करने से आप बचते हों यह बात देखने को मिल सकती है यानी कि बहुत जल्द ही किसी भी काम मे बोरियत फील करने लगना यह देखने को मिल सकता है। किसी प्रकार की लंबी अवधि के रोग भी यह बृहस्पति दे सकता है  जैसे डायबिटीज, फेट, कोलेस्ट्रॉल  से जुड़ी प्रॉब्लम इत्यादि अतः स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बृहस्पति की 10वे भाव पर दृष्टि कार्य क्षेत्र में मंदगति से उन्नति देगा, जीवन के शुरुआती समय में कम उन्नति और 35 वर्ष के ज्यादा हो ऐसा देखने मे मिल सकता है। आय और व्य...

#Moon #Astrology चौथे भाव में चंद्रमा के परिणाम | Moon in 4th House | 4th bhav me chandra

चित्र
चंद्र कुंडली के चतुर्थ भाव में चंद्र कुंडली के चौथे भाव में स्थित हो तो, यह आप को संवेदनशील बनाएगा, सहायता करने वाला आप का स्वभाव देगा। आप सदैव मानसिक शांति की तलाश करते होंगे और यह मानसिक शांति घर में ही प्राप्त होगी। आप घर के प्रति काफी रक्षात्मक होंगे। आप के जीवन में माँ का काफी महत्वपूर्ण योगदान होगा आप की सोच विचारधारा पर माँ का काफी अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा माँ पथ प्रदर्शक का कार्य करेंगी।  चन्द्र के फलो को वीडियो में देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

Saturn In 7th House | Shani 7th House in Hindi | शनि 7वे भाव में | शनि सप्तम में BhartiyaAstrology

चित्र
शनि जन्म कुंडली के 7वे भाव में फ़ल शनि कुंडली के 7वे भाव में हो तो यहाँ शनि दिकबली हो जाता है इस वजह से यह वैवाहिक जीवन में लॉयल्टी को दिखाता है, लेकिन वैवाहिक जीवन में कुछ नीरसता भरता है क्योंकि शनि मैच्योरिटी का कारक है। आप के जीवनसाथी और आप एक दूसरे के प्रति जिम्मेदारी को समझते है। शनि 7वे भाव में हो तो आप को मेहनती बनता है अतः आप का फोकस प्रोफेशनल लाइफ की तरफ कुछ अधिक हो सकता है। मैरिज में भी देरी का कारक यह शनि बनता है। यह शनि जीवनसाथी के साथ संवाद में कमी लाता है अतः आप को चाहिए चाहे जितना भी विवाद हो जाए पर बातचीत बंद न करें। शनि की 9वे भाव पर दृष्टि आप को प्रोफेशनल लाइफ में एथिकल बनाती है, शनि की दृष्टि लग्न पर भी है और शनि विरक्ति का कारक है इस वजह से आप अक्सर भीड़ से बचते होंगे जैसे किसी धार्मिक स्थल पर जाना है तो आप किसी दिन विशेष पर जाने की अपेक्षा जब कम भीड़-भाड़ हो तब जाना प्रिफर करते होंगे। चौथे घर और शनि की दृष्टि आप को कार्य क्षेत्र पर रहना पसंद होता हो इस प्रकार का स्वभाव देता है। व्यवहार में कुछ रिजर्वेनेश भी देगा। शनि जन्म कुंडली के 7वे भाव में फल वीडियो देख...

Shani 10th House in Hindi | Saturn in 10th House | शनि दशम भाव में | Bhartiya Astrology

चित्र
शनि के कुंडली के 10वे भाव में फल शनि कुंडली के 10वे भाव में स्थित हो तो, कुंडली में जिन भावों से 3,6 और 11 भाव दूर हो उनकी वृद्धि करता है, अतः यह शनि आप के पंचम भाव की वृद्धि करेगा अतः विद्दा अध्ययन ज्ञान प्राप्ति में रुचि देगा शनि मेहनत का ग्रह है अतः यह आप को ज्ञान, अनुभव के द्वारा प्रेक्टिस के बाद खुद से सीखने पर देता है। आठवे भाव की वृद्धि करेगा अतः आयु की वृद्धि करेगा। विदेश यात्रा में अथवा लॉन्ग डिस्टेंस ट्रेवल में भी शनि सहायक है। शनि की दृष्टि चतुर्थ भाव पर है और सप्तम भाव पर भी है अतः यह शनि आप के पारिवारिक प्रेम में कमी करता है। घर के महत्वपूर्ण निर्णयों में आप की भूमिका कुछ कम होगी, हालांकि आप मेहनती है लेकिन निर्णय आप के हाथ मे नहीं होंगे। वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के मध्य फिजिकल अफ़ेक्शन आकर्षण की कमी करता है। शनि की दृष्टि व्यय स्थान पर भी है अतः आप प्रयास करेंगे कि फालतू जगह पैसे कम से कम खर्च हों। आप को जीवन के विभिन्न समय खण्ड में अलग-अलग चुनौती बनी रहेंगी, मानसिक शांति को भंग करेगा अतः इससे बचने के लिए आप को अध्यात्म मंत्र साधना की और बढ़ना चाहिए। यह शनि आप...

#Guru #Jupiter #Horoscope #Astrology Guru in 5th House | Jupiter in 5th House, पंचम भाव में बृहस्पति

चित्र
बृहस्पति के कुंडली के पंचम भाव में फल गुरु यदि कुंडली के 5वे भाव में स्थित हो तो, आप कैसी भी नकारात्मक परिस्थिति बाहर आ सकते हैं जीवन में ज्ञान की मदद से। संतान से आप को सुख प्राप्त होगा, संतान आज्ञाकारी और धार्मिक स्वभाव वाली और पराक्रमी होगी।  उच्च शिक्षा की प्राप्ति के लिए यह बेहतर स्थिति है। गुरु 5 वे भाव में होने से संतान की फिक्र अधिक देगा। अध्यापन, सलाहकार इत्यादि पदों के लिए यह बृहस्पति विशेष शुभ है। आप के व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाता है। आप का प्रयास होता होगा कि आप लोगो को प्रेक्टिकल ज्ञान भी दे यानी कुल मिलाकर अपने कर्म आचरण अपने व्यक्तित्व से भी शिक्षा ज्ञान देने का प्रयास करते होंगे। कई बार यह बृहस्पति आप के कार्य के पूर्ण होने में बाधा देता है, किसी न किसी प्रकार की रुकावट आ ही जाती होगी, यदि किसी कार्य से आप को धन लाभ होने वाला है वह कार्य एक बार में पूर्ण नहीं होगा। यह बृहस्पति आपके जीवन में स्थायित्व देगा उतार-चढ़ाव कम करेगा। आप अपने जीवन में पैसे से अधिक मान-सम्मान को महत्व देंगे। गुरु की दृष्टि लग्न पर आप को अपने ऊपर आत्मविश्वास को बढ़ाती है, समझदारी ...

#SuryaShukraYuti सूर्य शुक्र युति से चौका देने वाली भविष्यवाणी करें | Surya shukra yuti | Sun+Venus

चित्र
सूर्य शुक्र युति के चौका देने वाले परिणाम , वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

गुरु जन्म कुंडली के 8वे भाव में फल | गुरु अष्ठम भाव में फल | Guru in 8th house in horoscope

चित्र
बृहस्पति के आठवे भाव में फल बृहस्पति कुंडली के 8वे भाव में स्थित हो तो यह किसी प्रकार का लंबी अवधि का रोग दे सकता है। अध्यात्म ज्योतिष जैसी विद्दाओ में रुचि देगा। बुद्धि को स्थिर करेगा यानी कि विचार आसानी से परिवर्तित नहीं होंगे एक बार जो राय बन गई वो अटल होगी। विवाह के बाद 1 या 2 साल के अंदर किसी प्रकार की आर्थिक हानि हो सकती है अथवा भावनात्मक हानि  किसी की मृत्यु के द्वारा हो सकती है। आप दीर्घायु होंगे। कार्य क्षेत्र में उतार चड़ाव देगा। बृहस्पति की दृष्टि व्यय भाव पर होगी जो कि बड़ी मात्रा में धन खर्च करवाती है। गुरु की धन भाव पर दृष्टि दिखाती है कि फ्लो ऑफ मनी बना रहेगा। सुख भाव पर दृष्टि अपने घर और वाहन का सुख जरूर देगी आप को। यह बृहस्पति संतान की उन्नति के लिए बेहतर स्थिति है पर प्रथम संतान के जन्म के समय कुछ कष्ट देखने को मिल सकता है। उधार आप को सोच समझ कर देना चाहिए अन्यथा पैसा फसने का योग बनता है। गुरु आठवे भाव में फल को वीडियो रूप में देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

guru in 3rd house of horoscope | Jupiter 8th House | गुरु जन्मकुंडली के आठवे भाव में फल

चित्र
बृहस्पति जन्मकुंडली के अष्टम भाव में यदि जन्म कुंडली के तीसरे भाव में गुरु स्थित हो तो वैवाहिक मामले में व्यक्ति को संयमी बनाता है, यानी पत्नी की सुनने वाले और उनके सजेशन मानने वाले। 3rd हाउस होवी (शौक) का है अतः धार्मिक पुस्तक पढ़ना ज्ञान से जुड़ी चीजो में रुचि देगा, और अपने शौक पूरा करने के लिए समय निकाल ही लेना चाहे जितनी व्यस्तता हो। वैवाहिक जीवनकाल लम्बा होता। छोटे भाई-बहन नहीं होते और यदि होंगे तो वह काफी मेच्योर हों आप से यह देखने को मिलता है। कंधे अथवा कान में कुछ मामूली सा दर्द रह सकता है। इक्षाओ की कमी करेगा है संतोषी बनाता है। धर्म को लेकर घर में कोई नई परम्परा की शरूआत कर सकते है। सनातम धर्म को छोड़ कर किसी अन्य देवी देवता में विश्वास जैसे आजकल लोग साईं की पूजा करते हैं। गुरु कुंडली के तृतीय भाव में फल

चन्द्रमा कुंडली के 8वे भाव में फल | चंद्र कुंडली के अष्ठम भाव में | Moon 8th House in horoscope

चन्द्रमा कुंडली के आठवे भाव में फल यदि चंद्र कुंडली के 8वे भाव में हो तो व्यक्ति की रुचि तंत्र मंत्र पेरानॉर्मल, साधना, योग, अध्यात्म, ज्योतिष की ओर देगा। व्यक्ति की सोच विचारधारा में अक्सर उतार-चड़ाव होगा दृढ़ता की कमी रहेगी। जीवन में अनुभवों और परिवर्तन के कारण मानसिकता सोच में भारी बदलाव देखने को मिल सकता है। यह व्यक्ति को रहस्यात्मक और तर्कशील बनाएगा विवाह के बाद अधिक आर्थिक व्यय परन्तु मन केंद्रित होगा आर्थिक स्थिरता को बनाये रखने में। माँ के साथ सम्बंधो में उतार-चड़ाव हो सकते हैं। moon in 8th house watch video CLICK HERE

सूर्य के तृतीय भाव में फल | sun in 3rd house in horoscope

सूर्य यदि जन्मकुंडली के तीसरे भाव में स्थित है तो यह आप को पराक्रमी तो बनाएगा, आप साहसी होंगे। पर भाइयों के सुख में कमी करेगा या तो आप के छोटे भाई नहीं होंगे। सूर्य की भाग्य भाव पर दृष्टि आएगी अतः आप अपनी मेहनत से अपना भाग्योदय करेंगे, आप को धार्मिक बनाएगा, आप के संवाद करने की और अपने विचारों को व्यक्त करने की शैली उत्तम होगी। आप की वाणी में डोमिनेन्स देखने को मिल सकता है।

सूर्य जन्म कुंडली के चौथे भाव में फल | Sun in 4th house in horoscope

जन्म कुंडली के चौथे भाव में सूर्य स्थित होने और यह आर्थिक रूप से सम्पन्नता देगा, आप के अंदर बचत करने की भावना होगी। माता पिता से दूरी दे सकता है, हो सकता है आप माता-पिता से दूर रहते हो अथवा वैचारिक रूप से मतभेद हो यह संभव है यदि सूर्य शनि का आपस में सम्बंध बनता है। पिता का कारक सूर्य मजबूत है तो पिता निश्चित ही किसी उच्च पद पर हो सकते हैं और उनका सकारात्मक रूप आप के जीवन में रहेगा। सूर्य निश्चित ही आप को अपने घर का सुख देगा और आप के पड़ोस के घरों से आप का घर कुछ बड़ा हो सकता है। आप का परिवार एक प्रसिद्ध और रसूख दार हो सकता है, समाज में नाम प्रतिष्ठा रहेगी। सरकारी क्षेत्र में कार्य करने के लिए यह सूर्य की स्थिति अनुकूल है।

शनि दूसरे भाव में कुंडली में | shani in 2nd Houses | Saturn in 2nd houses |

चित्र
शनि जन्मकुंडली के दूसरे भाव में यह शनि आप को अपने परिवार से लगाव देगा।द्वतीय भाव हमारी वाणी का भी है और शनि एक अनुशासन प्रिय ग्रह है यह आप को स्पष्ट वादी और हमेशा सच बोलने वाला और सच का साथ देने वाला बनाता है। दूसरे भाव को हम धन भाव भी कहते हैं यहाँ स्थित शनि आप को टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी धनार्जन कराएगा। आप के जन्मस्थान दूर जाने पर तरक्की और धन देगा। यदि हम धन की बात करें तो शनि यहाँ स्थित होकर धीरे धीरे आर्थिक स्तर में वृद्धि करेगा। आप एक निचले स्तर से अपनी जॉब या कार्य आरंभ करेंगे और जब आप उस कार्य में परफेक्ट हो जाओगे तब शनि आप को gradually growth देगा। यहाँ स्थित शनि आप को खर्चीला तो बनाएगा पर आप के अंदर यह समझ होगी कि आप को पैसा किस जगह खर्च करना है जरूरत की जगह पर ही पैसा खर्च करने वाला बनाता है न कि फिजूलखर्ची करने वाला। शनि दूसरे भाव के फप वीडियो रूप में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

शनि कुंडली के तृतीय भाव में | Saturn in 3rd House in Horoscope

चित्र
शनि के कुंडली के तृतीय भाव में फल शनि कुंडली के तृतीय भाव में स्थित है यह आप को मेहनती पराक्रमी कर्मठ बनाएगा, आप को प्रोफेशन में जो भी आप हेड होगा वेग सदैव ही आप से प्रशन्न रहेगा आप की मेहनत की वजह से। विद्दा अध्ययन में किसी प्रकार विलंब या रुकावट दे सकता है, आप मेहनत के द्वारा चीजो को सीखते हैं अभ्यास प्रेक्टिस से आप को ज्ञान देगा, व्यवहारिक ज्ञान आप को अच्छा होगा। भाई-बहनों की वजह से यह शनि आप को दुख दे सकता है आप के धैर्य को चेक करेगा अथवा भाई-बहनों को तकलीफ दे सकता है। उन्नति विलंब से देगा , जीवन के उत्तरार्ध में उन्नति देगा। अपने वाहन का सुख देगा, स्वभाव में संतोषीपन होगा। संतान प्राप्ति विलंब से हो सकती है। कार्यक्षेत्र में आप को नैतिकता वादी बनाता है, धर्म संस्कृति में जो रीति रिवाज है उनके पीछे का लॉजिक ढूढने का प्रयास आप का रहता होगा, साथ ही जरूरमंद व्यक्ति की सहयता, परोपकार, इत्यादि में आप का मन अधिक लगता होगा। भाग्य में उन्नति विलंब से होगी सही जगह पर धन का व्यय कराएगा, टुकड़ो में धन खर्च अधिक होगा। धर्म शास्त्रों का ज्ञान देगा। आप अच्छे सलाहकार होंगे और कानून ,टे...

गुरु लग्न में | बृहस्पति पहले भाव में | Jupiter in Ascendant

चित्र
लग्न में स्थित बृहस्पति के फल यदि लग्न में ही बृहस्पति स्थित है यह आप को बहुत अच्छा सलाहकार बनाता है ज्ञानी बनाता है, पर अक्सर यह देखने में मिल सकता है इस ज्ञान का प्रयोग आप अपने जीवन में उस प्रकार से नहीं कर पाते हैं यह बृहस्पति स्वतंत्र मानसिकता देगा किसी के अंडर में काम करने में आप को तकलीफ आएगी क्योंकि यदि आप ने कोई सजेशन दिया और उसको नहीं माना गया तो आप को लग सकता है कि आप का मान भंग हुआ है। आप मान-सम्मान को अधिक महत्व देते हैं अपने जीवन में। जिम्मेदारी उठाने वाला स्वभाव देगा यदि कोई कार्य आप को दिया जाता है तो आप उसको जिम्मेदारी पूर्वक करेंगे और आप के रिश्तेदारों के लिए आप एक अच्छे सम्बंधी होंगे उनके किसी भी कार्य के लिए आप आगे रहेंगे उनकी कोई समस्या होगी तो आप आगे रहेंगे, इसका एक नुकसान भी है कि इस वजह से आप अपनी फैमिली को कम समय दे पाए तो यह शिकायत आप के परिवार के लोगो की बनी रह सकती है। बुद्धि को परिपक्व बनाएगा दूर की सोच कर काम करने वाले, नैतिकता वादी बनायेगा, समाज और कानून विरोधी कार्य आप नहीं करेंगें। बृहस्पति लग्न में स्थित होकर यह आप को उदार बनाएगा पर आप अपने ...