शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

सूर्य के तृतीय भाव में फल | sun in 3rd house in horoscope

सूर्य यदि जन्मकुंडली के तीसरे भाव में स्थित है तो यह आप को पराक्रमी तो बनाएगा, आप साहसी होंगे।
पर भाइयों के सुख में कमी करेगा या तो आप के छोटे भाई नहीं होंगे। सूर्य की भाग्य भाव पर दृष्टि आएगी अतः आप अपनी मेहनत से अपना भाग्योदय करेंगे, आप को धार्मिक बनाएगा, आप के संवाद करने की और अपने विचारों को व्यक्त करने की शैली उत्तम होगी। आप की वाणी में डोमिनेन्स देखने को मिल सकता है।

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