शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

guru rashi parivartan 13 April 2022, MITHUN Rashifal ( बृहस्पति राशिपरिवर्तन का वृषभ राशि पर प्रभाव)

नमस्कार 13 अप्रैल 2022 से देव गुरु बृहस्पति राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं, इस राशि परिवर्तन का मिथुन राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा यह मैं आप को इस वीडियो में बताऊंगी।

देव गुरु बृहस्पति हमारे जीवन में बहुत से महत्वपूर्ण क्षेत्रों को नियंत्रित करते हैं जैसे संतान, शिक्षा, व्यवसाय और विवाह अतः इन सब पर इस गोचर का प्रभाव पड़ेगा।
यदि आप को बृहस्पति की दशा अन्तर्दशा चल रही है तब भी यह गोचर आप के लिए बहुत मायने रखता है।

मिथुन राशि के जातकों के लिए ,गुरु का गोचर कर्म स्थान में आया है , गोचर  में बृहस्पति कर्म स्थान में शुभ नहीं कहा गया है , यह आप को कफ से जुड़ी समस्या दे सकता है। 
कार्यक्षेत्र में भी किसी प्रकार अवनति हो सकती है यानी कि जॉब चेंज या ट्रांसफर होना यह संभव है।
अभी के समय में आप की इक्षाओं की पूर्ति नहीं हो पाएगी, आप को अभी बस मेहनत पर फोकस करना चाहिए परिणाम अभी नहीं प्राप्त होंगे।

हर बृहस्पति वार के दिन बृहस्पति के बीज मंत्र का जप करें 108 बार यह आप के लिए शुभ रहेगा

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