शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

सूर्य कुंडली के चौथे भाव मे फल | Sun in 4th House of horoscope

सूर्य कुंडली के चौथे भाव में


सूर्य कुंडली के चौथे भाव में स्थित है स्वराशि का यह आर्थिक रूप से सम्पन्नता देगा, आप के अंदर बचत करने की भावना होगी।

माता पिता से दूरी दे सकता है, हो सकता है आप माता-पिता से दूर रहते हो अथवा वैचारिक रूप से मतभेद हो यह संभव है। 

पिता का कारक सूर्य मजबूत है अतः पिता निश्चित ही किसी उच्च पद पर हो सकते हैं और उनका सकारात्मक रूप आप के जीवन में रहेगा। 

सूर्य निश्चित ही आप को अपने घर का सुख देगा और आप के पड़ोस के घरों से आप का घर कुछ बड़ा हो सकता है। 

आप का परिवार एक प्रसिद्ध और रसूख दार हो सकता है, समाज में नाम प्रतिष्ठा रहेगी। सरकारी क्षेत्र में कार्य करने के लिए यह सूर्य की स्थिति अनुकूल है।

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