शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

चंद्रमा कुंडली के 12वे भाव में | Moon in 12th house of horoscope

चन्द्रमा के कुंडली के 12वे भाव में फल

आप को एकाकी और एकांत में रहकर ही मानसिक शांति अनुभव होगी।

चंद्र आपकी कल्पनाशक्ति को बढ़ाएगा।

अध्यात्म की तरफ झुकाव होगा यात्राओं के योग खूब बनेंगे और दान परोपकार सहायता के द्वारा मानसिक संतुष्टि प्राप्त होगी। 

माँ के साथ वैचारिक मतभेद भी दे सकता है।

यह चंद्र आप को मिलनसार , बहिर्मुखी, संवाद बातचीत के द्वारा मानसिक संतुष्टि देगा।

अनुशासन में कमी होगी, विभिन्न क्षेत्रों में रुचि, एकाग्रता में कमी, तर्कशील बनाएगा।

कंफ्यूजन की मात्रा दे सकता है, नकारात्मक विचार आना,  कोई मानसिक रोग, तनाव, जल्दीबाजी, एकाग्रता में कमी और डिप्रेशन की समस्या दे सकता है।

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