शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में
जन्म कुंडली में सूर्य कन्या राशि में स्थित होकर कैसे फल देगा यह जानने से पहले जानना होगा कन्या राशि को, कन्या राशि काल पुरूष कुंडली की 6वे भाव की मूल राशि है इसका स्वामी ग्रह बुध है। सूर्य और बुध आपस में मित्र ग्रह है। यदि सूर्य पर राहु, शनि, शुक्र और केतु का प्रभाव नहीं है तो सूर्य यहाँ स्थित होकर बेहतर फल देता है
सूर्य कन्या राशि में स्थित होकर व्यक्ति को परफेक्शनिस्ट बनता है , किसी भी प्रकार की रिसर्च वर्क के लिए यह सूर्य बहुत ही शुभ स्थिति में है। मेडिकल फील्ड में जाने के लिए उत्तम योग है विशेष रूप से सर्जन यदि मंगल या केतु का प्रभाव आता है तो साथ में हमें अन्य योग भी देखना चाहिए कुंडली में।
कन्या राशि में होने की वजह से यह आर्गुमेंट करने वाला स्वभाव भी सूर्य प्रदान करेगा। व्यक्तित्व को एक रिज़र्वनेश भी सूर्य प्रदान करता है।
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