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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

व्यक्ति के स्वभाव सोच विचारधारा गुणधर्म मानसिक गठन के बारे में जानें | B...

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Amazing prediction with only houses and sign in astrology

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ज्योतिष में हम राशियों और भाव की मदद से काफी कुछ बता सकते हैं किसी भी व्यक्ति के बारे में सिर्फ ब्लैंक चार्ट को देख कर के भी हम बहुत कुछ भविष्यवाणी कर सकते हैं आज मैं आपको कुछ ऐसे सूत्र बताऊंगा इस लेख में किसके द्वारा आप बहुत कुछ किसी व्यक्ति के बारे में बता सकते हैं। एक प्राकृतिक कुंडली होती है इसे हम काल पुरुष की कुंडली कहते हैं यह मेष लग्न से प्रारंभ होती है और यह लिए संसार के सभी व्यक्तियों के लिए समान रूप से एप्लीकेबल होती है। कुंडली का दसवां भाव हमारे प्रोफेशन को दिखाता है और काल पुरुष कुंडली के दसवें भाव में मकर राशि आती है जो कि हमारे करियर को लेकर के अति महत्वपूर्ण राशि बनती है, यह मकर राशि आप की कुंडली के जिस किसी भी भाव में यह मकर राशि जायेगी आप के करियर में उस भाव से जुड़े गुण देखने को मिल सकते हैं। यह मकर राशि उदाहरण के लिए आपकी कुंडली के छठे भाव में आ गई तो यह देखने को मिलेगा की छठवां भाव क्या है ? यह भाव हमारे रोग रिपु व ऋण को दिखाता है तो हो सकता है आप डॉक्टर हो या फिर हेल्थ से जुड़े हुए किसी कार्य में लगे हुए हो सकते हैं रिपु की बात आ गई तो हो सकता है आप लोगों से जुड़े ...

जैमिनी दशा देखने का आसान तरीका | Jaimini Dasha Kaise dekhe | Timing Of E...

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How to learn astrology | Astrology for beginners | Bhartiya Astrology

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Stunning prediction with Jupiter in 4th house of horoscope | How will be your home

 If Jupiter is placed in 4th house of horoscope than we can predict about your home, with see only placement of Jupiter. Jupiter is karka of religion and positivity if Jupiter is placed in 4th House , 4th house I n horoscope represent our home so it affects our home. When Jupiter is placed in 4th house than definitely your home near the any temple or any religious place or any religious environment in the home. You only carefully that Jupiter don't have any other planet impact. If 4th house lord is placed in the 9th house than it also show the religious impact on your home or religious environment in your home.

3rd house, 6th house and 8th house give immense wealth | Dhan Yog

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कुंडली में अक्सर हम तीसरे भाव , छठवे भाव और आठवे भाव को बुरा मानते है लेकिन यह भाव भी किसी व्यक्ति को अपार धन दे सकते हैं। यदि कुंडली में इन भावों के स्वामी नीच होते हैं तो व्यक्ति के जीवन में कठिनाइयों को कम करते हैं क्योंकि यह भाव जीवन में स्ट्रगल और प्रयत्नों को दिखाते हैं यदि कुंडली में इन भावों के स्वामी का नीच होना या इन भावों का पीड़ित होना आप के जीवन में कठिनाई को कम करता है जैसे कि तीसरा भाव प्रयत्न को दिखाता है तो कोई व्यक्ति को अपने जीवन में अधिक प्रयत्न करने पड़े तो ये ज्यादा बेहतर होगा कि व्यक्ति को आसानी से चीजे मिल जाये इश्लिये तीसरे भाव का पीड़ित होने ठीक माना जाता है। इसी प्रकार हम 6वे भाव की बात करें तो यह भाव संघर्ष रोग कर्ज शत्रु को दिखाता है यदि यह भाव बली होगा तो व्यक्ति के शत्रु बड़े होंगे कर्ज बड़ा होगा, बीमारी भी कोई बड़ी ही होगी जैसा ग्रह है उसी प्रकार के गुण देखने को मिलेंगे यदि इसके उलट यह भाव में नीच का ग्रह हो या पीड़ित हो तो व्यक्ति को संघर्ष कम करना होगा रोग शत्रु यह सब कमजोर हो जाएंगे। अगर आठवे भाव का भी यही हाल है क्योंकि यह भाव परेशानी और परिवर्तन दुःख का भा...

3,6 और 8 भाव के स्वामी दे सकते हैं अपार धन | Bhartiya Astrology

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Prediction with Gemini Char Dasha

जय श्री राम दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसी टेक्निक बताऊंगा जिसके द्वारा आप किसी भी व्यक्ति के लिए जैमिनी दशा के द्वारा सटीकता से फलित कर सकते हैं और साथ में थी आप यह भी पता कर सकते हैं कि कौन सा समय व्यक्ति के लिए ठीक नहीं है। जैमिनी ज्योतिष कारको के आधार पर कार्य करती है, इसमें 7 प्रमुख कारक बताये गए हैं। जिस किसी ग्रह की सबसे ज्यादा डिग्री होती है वह आमात्य कारक बन जाता है दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा डिग्री वाला ग्रह आमात्य कारक बन जाता है जो कि हमारे प्रोफेशन को दिखाता है और इसके बाद तीसरे नंबर पर सबसे ज्यादा डिग्री वाला ग्रह भ्रातृ कारक बनता है जो तीसरे भाव से जुड़ी हुई चीजों को दिखाता है और और चौथे नंबर पर सबसे ज्यादा डिग्री वाला ग्रह मातृ कारक बनता है जो कि चौथे भाव से जुड़ी हुई चीजों को प्रदर्शित करता है इसके बाद पांचवें नंबर पर सबसे ज्यादा डिग्री वाला ग्रह हमारे लिए पुत्र कारक बनता है जो पांचवे भाव से जुड़ी हुई चीजों को निर्धारित करता है और छठ में नंबर पर सबसे ज्यादा डिग्री वाला ग्रह गिनाती कारक कहलाता है यह ग्रह ज्यादा शुभ नहीं माना जाता है तथा सातवे नंबर पर सबसे कम डिग्री वाला ग्रह...

How to predict from Gemini dasha | Char dasha | Bhartiya Astrology

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