शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

चित्र
शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

पत्नी का स्वास्थ्य जानने की अमेजिंग टेक्निक

 


दोस्तो वेसे तो ज्योतिष में कई योग मौजूद है जिसके द्वारा हम पत्नी के स्वास्थ्य के बारे में जान सकते हैं पर आप को आज में एक विशेष टेक्निक बताऊंगा जो कि अपने आप में विशेष है। कई चार्ट पर अप्लाई करने पर भी यह सत्य प्राप्त हुई है दोस्तो इस टेक्निक में आप को कोई विशेष ज्योतिष आने की आवश्यकता नहीं है।  तो दोस्तो स्पेशल टेक्निक यह है कि यदि कुंडली के नवम भाव यानी नवे भाव में शुक्र स्थित हो तब आप की पत्नी को अक्सर स्वास्थ्य जैसी समस्या बनी रहेगी पर यदि गुरु की दृष्टि है तो यह नियम लागू नहीं होगा।



अगला नियम है कि यदि शुक्र 12 वे भाव में स्थित हो तब भी यह आप की पत्नी को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं देगा यहाँ पर एक अपवाद है कि शुक्र पर गुरु की दृष्टि न हो। 

दोस्तो दोनों ही नीयन सटीक है और अक्सर देखने में आया है कि शुक्र स्वयं की राशि तुला या वृषभ में हो तब भी यह पत्नी के स्वास्थ्य को लेकर खराब परिणाम नहीं देगा।


अगला नियम है कि यदि कुंडली में सूर्य शुक्र की युति हो तब भी यह जीवनसाथी यानी पत्नी के स्वास्थ्य में समस्या दे सकता है यहाँ भी गुरु की दृष्टि हो तो यह नियम अपवाद का कार्य करता है।

उम्मीद करता हूँ आप को यह आर्टीकल अच्छा लगा होगा आप का अनुभव क्या रहा है वह हमारे साथ अवश्य करिये।









टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

गुरु जन्म कुंडली के 8वे भाव में फल | गुरु अष्ठम भाव में फल | Guru in 8th house in horoscope

शनि कुंडली के तृतीय भाव में | Saturn in 3rd House in Horoscope