शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

चित्र
शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

Saturn in 12th house | shani 12 bhav me

शनि ग्रह 12 वे भाव में परिणाम को समझने से पहले हमको समझना चाहिए 12 वे भाव को। 12 वा भाव दिखाता है आध्यत्म को, हमारे होने वाले व्यय को, विदेश यात्राओं को, हॉस्पिटल, जेल, मानसिक स्वास्थ्य, शैय्या सुख को।

 जब शनि 12 वे भाव मे आएगा तो यह हमारे खर्चो को बड़ा सकता है शनि शुभ स्थिति में हुआ तो पूण्य कार्य में धन व्यय होगा अथवा बीमारी रोग और कानूनी मुकदमो में धन का व्यय होता है। शनि की तृतीय दृष्टि धन भाव पर होने से व्यक्ति धन को जोड़ने के प्रति ज्यादा प्रयत्न शील होता है। व्यक्ति के शत्रु ज्यादातर उसका कुछ कर नहीं पाते है। ऐसा व्यक्ति हॉस्पिटल, जेल, अथवा घर से दूर रहकर कार्य करने वाला होता है। शनि 12 वे भाव में वैवाहिक सुख के लिए ठीक नहीं है क्योंकि 12वा भाव शैय्या सुख का है तो शनि इसमे नीरसता लाता है कई बार अन्य योग भी खराब हो तो डिवोर्स तक ला सकता है।
अगर आप शनि के बारे अधिक जानना चाहते है तो मेरी वीडियो देखिये

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

गुरु जन्म कुंडली के 8वे भाव में फल | गुरु अष्ठम भाव में फल | Guru in 8th house in horoscope

शनि कुंडली के तृतीय भाव में | Saturn in 3rd House in Horoscope