शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

Moon in 2nd House | dusre Bhav me Chandra | द्वतिय भाव में चंद्रमा

दूसरे भाव में चंद्रमा के क्या परिणाम हो सकते हैं यह जानने से पहले आप को दूसरे भाव के बारे में समझना चाहिए। दोस्तों जन्म कुंडली का दूसरा भाव आप के परिवार को, आप क्व नैतिक मूल्यों को जो आप को बचपन में अपने परिवार से प्राप्त होते हैं। आप की सेविंग्स को भी द्वतीय भाव दर्शाता है। आप की वाणी का भाव भी 2nd हाउस ही है। चन्द्रमा जब दूसरे भाव में हो तो यह आप को सेविंग करने में कठिनाई देता है।  आप की वाणी सौम्य होगी। परिवार के लोगो से संस्कार मिले हैं उनका प्रभाव आप पर अधिक देखने को मिलेगा। चन्द्रमा दूसरे भाव में आप उओ सुंदर रूप तथा गोरा रंग भी देता है यदि शुक्र का भी प्रभाव हो। लेकिंग दोस्तों आप को धन को संचय का प्रयास करना चाहिए। 2nd हाउस में स्थित चंद्र आप को ज्योतिष जैसे विषय में रुचि लेने वाला बना सकता है।

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