शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

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कब मिलती है जल्दी सफलता क्या योग हैं जो व्यक्ति को जल्दी सफलता दिला देता है, व्यक्ति जो अपना लक्ष्य सेट करते हैं 18 से 20 वर्ष की आयु में उसको वो पूरा कर लेते हैं, और 30 वर्ष की आयु तक अपने आप को सेटल कर लेते हैं तथा अधिक संघर्ष नहीं करना पड़ता जबकि कुछ लोग 30 वर्ष की आयु तक या उसके बाद भी संघर्ष करते रहते हैं क्या योग बनते हैं और किन ग्रहों को जानना आवश्यक है, और उनकी प्लेसमेंट देखना आवश्यक है। लग्न और लग्नेश दशमेश के अलावा भी कुछ इस प्रकार के कॉम्बिनेशन बनते हैं जो ज्योतिष के विद्यार्थियों को जानना आवश्यक हैं। इन में से कुछ पॉइंट में आप को लेख के माध्यम से बताऊंगा और बाकी के आप को दी हुई लिंक से वीडियो के द्वारा देख सकते हैं-
सबसे पहले आप देखें कि आप की कुंडली में चन्द्रमा की स्थिति किस प्रकार की है अगर चन्द्र पीड़ित है यानी आप का मन पीड़ित है तो आप का किसी कार्य में मन ही नहीं लगेगा भले ही आप का सूर्य मजबूत हो पर चन्द्र कमजोर हो गया तो मन पर कंट्रोल नहीं बचेगा, और यह भटकाव की स्थिति पैदा करता है, अब देखना यह है कि पीड़ित चन्द्रमा किस प्रकार से है राहु से या केतु से अथवा सूर्य चंद का अमावस्या का दोष या चंद का केमद्रुम दोष है, इश्लिये आप चंद का महत्व अधिक है और उसको सूक्ष्म रूप से विश्लेषण कीजिये।
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