शनि लग्न में स्थित हो | shani in 1st house | शनि कुंडली के पहले भाव में

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शनि कुंडली में लग्न स्थित हो तो व्यक्ति को कुछ हद इंट्रोवर्ट बनाएगा मतलब की अपने मन की बात शेयर नहीं करते आप हर किसी से आसानी से। शनि व्यक्ति को कर्तव्यों को पालन करने वाला बनाता है। शनि मैरिड लाइफ में स्थायित्व तो देगा लेकिन आकर्षण स्नेह की कमी भी कर सकता है। शनि लग्न में स्थित हो तो यह व्यक्ति को कर्मठ मेहनती बनाएगा। शनि लग्न में स्थित हो तो व्यक्ति की गुप्त दान धर्म की प्रवृत्ति हो सकती है और व्यक्ति ज्यादातर कर्मवादी स्वभाव के होंगे।

भावात भावम सिद्धांत क्या है

भावात भावम सिद्धांत ज्योतिष का एक अति महत्वपूर्ण सिद्धांत है इसको जानने के बाद आप एक बिगनर एस्ट्रोलॉजर से एक्सपर्टीज की तरफ बढ़ जाओगे,
सबसे पहले जानते हैं भावात भावम का अर्थ क्या होता है, भावात का अर्थ है भाव से और भावम का अर्थ है भाव को।
अर्थात आप भाव से भाव को फलित करते हैं तो इस सिद्धांत का प्रयोग करते हैं इसके द्वारा हम अपने सभी रिश्तेदारों जैसे पत्नी/ पति का परिवार, करियर, उनके भाई बहन का पता लगा सकते हैं कुछ अन्य उदाहरण दे रहा हूँ में जैसे बहु दामाद जीजा मौसा मोसी साला चाचा चाची मामा मामी नाना तमाम लोगों के बारे में जान सकते हैं ।
अब इस सिद्धांत को किस प्रकार अप्लाई करते हैं उसके लिये मैंने एक वीडियो बनाया है आप उसको देखिये और अपनी कुंडली में अप्लाई कीजिये और उस के तहत आने वाले परिणामो के बारे में मुझे बताइये।
भावात भावम सिद्धांत


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