विश्व को भारत की देन पार्ट -३
भारत की विश्व को क्या क्या देन है इस संबंध में आर्टिकल लिख रहा हूँ अभी और कई अन्य जानकारी मैंने पिछले ब्लॉग्स में लिखी है आप से निवेदन है कि उनको भी पड़ें
पाठकों आप ने अगर थोड़ा भी कभी गणित पड़ा होगा तो आप को ज्ञात होगा तो उस में एक प्रमेय है बिनोमियल थियोरम जिसे हिंदी में द्विपद प्रमेय कहा जाता है वो आर्यभट्ट की देन है, इंटीग्रल कैलकुलस लाये भारत में सबसे पहले मध्वाचार्य और डिफरेंशियल कैल्कुलस लाये भास्कराचार्य diff कैलकुलस के आज के सिलेबस को सामने रख लो और भाष्कराचार्य जी की पुस्तक को रख लो सामने पता चल जाएगा, भारत के बाद कहीं दुनिया मे सबसे ज्यादा शोध हुए हैं तो फ्रांस और फ्रांसीसी लोग मानते हैं हमने गणित कहीं से सीखा है तो भारत से सीखा है , 0 से लेकर सारा नंबर सिस्टम भारत की देन है, गिनती हमने दी है, वैदिक गणित से तेज केलकुलेशन हमने सिखाई।
और एक खोज है हमने विश्व को कृत्रिम बर्फ बनाने की तकनीक दी है , भारत मे एक महान राजा हुए हर्ष वर्धन, उनके बारे में एक बात दुनिया नहीं जानती की वो वैज्ञानिक थे और राजा हुए, उनकी एक पुस्तक है हर्षचरित उस में विस्तार से वर्णन है कि उनकी बेटी बीमार हुई तो उन्हीने बर्फ बनाई, और हर्ष का समय 6 वी शताब्दी का है , अंग्रेज बताते है बर्फ उन्होंने 18 वी शताब्दी में बनाई,
ड्राई सेल बनाने की तकनीक अगस्त संहिता में दी हुई है और कई लोगो ने बना के देखा है ड्राई सेल बनता है उस से, बैटरी बनाने का श्रेय भारत को है, सबसे पहला सिक्का भारत ने बनाया इसका इतिहास देखेंगे तो 3500 साल का इतिहास है,और सबसे पहले पहिये का इन्वेंशन भारत में हुआ,
Zn बनाने का काम सबसे पहले भारत मे हुआ 13 बी शताब्दी में एक पुस्तक लिखि गई रस रत्न समुच्चय उस पुस्तक में जिंक बनाने का विस्तार से वर्णन है, पारा बनाने की विधि का चरक संहिता में विस्तार से वर्णन है जो हमने सिखाई, सबसे पहले बारूद बना भारत मे बस इस्तेमाल हुआ फुलझड़ी चलाने में, मिसाइल की तकनीक बनाने का श्रेय भी टीपू सुल्तान के नाम होना चाहिये,
दुनिया का सबसे पहला उपकरण जो कृषि का माना जाता है वो हल है वो भारत मे बना,
गाय बैल भैंस की मल मूत्र से जैविक खाद बनाना हमने सिखाया,
अब मुझे समझ आ रहा है कि में खोजने बैठूं तो ये लिस्ट इतनी आसानी से ख़त्म नहीं होगी, सच मुच् वाकई गर्व करने लायक बहुत कुछ है हमारे पास बस जरूरत है दुनिया के सामने लाने की।
जय हिंद जय भारत
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें